डियर मासी: खतना के खिलाफ बोलने से क्या निजी ज़िन्दगी पे असर हो सकता है?

डियर मासी एक ऐसा कॉलम है, जिसमें सेक्स और रिश्तों के बारे में वह सब कुछ बताया गया है जो आप जानना तो चाहते हैं, लेकिन पूछने से डरते हैं! यह सहियो और वी  स्पीक आउट इन दो संगठनों ने मिलकर बनाया है। यह कॉलम उन लोगों के लिए है जिन्हें महिला जननांग काटने या खतना के बारे में सवाल है। यह कॉलम ख़तना कैसे हमारे शरीर, दिल, दिमाग, लैंगिकता और रिश्तों पर असर करता है इसके बारे में भी बात करता हैं। बोहरा समाज के सन्दर्भ में, माँ की बहन मासी हैं। आपके सवालों का हम स्वागत करते हैं। अपने सवाल बेझिझक यहाँ पर भेजिए। अपनी पेहचान गुप्त भी रख सक्ते हैं|

प्यारी मासी,

अगर आप महिला जननांग विकृति (एफ.जी.एम./सी.) पर बोलने वाली एक जानीमानी हस्ती है तब इतने गहरे व्यक्तिगत मुद्दे से जुड़ी हुई आपकी पहचान के साथ आप कैसे प्रबंधित करते हैं? यह खास कर ऑनलाइन डेटिंग की दुनिया में मुश्किल है। — गुमनाम

 

प्यारी गुमनाम, यह एक बहुत ही बढ़िया सवाल है। जो सरवाईवर्स अवामी दायरे में "बाहर" आए हैं उन्हें इन हालात से जूझना पड़ा है। अवामी दायरे में आकर खुलकर बात करना या नहीं करना यह हरेक का निजी फैसला होता है। सभी को उनके लिए जो फ़ैसला थीक लगे वही करना चाहीए|

हम एफ.जी.एम./सी. सरवाईवर्स के बारे में लोग बहुत सी बातें मान कर चलते हैं, है ना? यह इतना बदनाम मसला है कि लोग यह नहीं समझते कि हम एक जैसे नहीं हैं। हमारी याददाश्त अलग हैं। हमारे लक्षण अलग-अलग हैं। हमारे यौन कार्य अलग-अलग हैं। हमारे घरवालों और बिरादरियों के साथ हमारी अलग-अलग मजहबी मान्यताएं और संबंध हैं। दूसरे शब्दों में, आप किसी एफ.जी.एम./सी. सरवाईवर के बारे में कुछ भी मान कर नहीं चल सकते। और फिर भी लोग ऐसा करते हैं। ये धारणाएं शर्मिंदगी पैदा करती हैं और पूरी तरह से गलत हो सकती हैं।

असली सदमे के वक्त हम में से बहुत सी लड़कियों को बताया गया कि, "यह कुछ भी नहीं है; रोना मत," और "यह एक राज है; किसी को बताना मत।" इसलिए, एफ.जी.एम./सी. कैसे नुकसानदेह है, इस बारे में आवामी तौर पर बात करना गलत या शर्मनाक महसूस हो सकता है। तब हम बच्चे थे और हम शायद यह नहीं समझ सके कि हमारे जिस्म के साथ क्या हो रहा है। किसी सदमे से मुकाबला करने के लिए बच्चे भरोसेमंद बड़े-बूढों के बजाय खुद को कसूरवार ठहराते हैं। यह हमारा कसूर है, यह सोच शर्मिंदगी पैदा करती है।

तो यहीं कहना है कि एफ.जी.एम./सी. हमें बहुत शर्मसार कर सकता है। इस पर थोड़ी देर बाद बात करेंगे।

मैं 2015 से एक कार्यकर्ता हूँ, लेकिन मैं खुलकर सबके सामने आने को लेकर बहुत डरी हुई थी। अपने सरवाईवर अनुभवों पर खुलकर चर्चा कर सकने वाली अपनी कार्यकर्ता बहनों की तारीफ और हसरत करती थी। जबकि वे सबसे बेहतरीन रोल मॉडल और मददगार थे, मैं उनके मिसालों पर अमल नहीं कर सकी। जब भी मैंने ऐसी कोशिश की, तो मैं खुद से जुदा, थकी हुई और बीमार महसूस करती। मैं समझ गयी कि मेरा जिस्म मुझे एक बड़ा "नहीं" का इशारा दे रहा है। मैं तैयार नहीं थी।

समस्या यह थी कि मैं अपने बिरादरी में एफ.जी.एम./सी. के बारे में एक उपन्यास ख़त्म कर रही थी और मैं जानती थी कि मुझसे साहित्य-फेस्टिवल्स और मीडिया इंटरव्यू में उपन्यास के मुद्दों से मेरे व्यक्तिगत संबंध के बारे में पूछा जाएगा। मैंने डर तो महसूस किया, लेकिन उसके बावजूद, मुझे पता था कि मुझे अपनी परेशानियों से गुजरना है और तैयार होना है। लेकिन यह कोई आसान प्रक्रिया नहीं थी। मैंने वापस थेरेपी शुरू किया। मैंने मॉक इंटरव्यू किए जहाँ दोस्त-सहेलियों ने सबसे ज्यादा दखलअंदाजी करने वाले सवाल पूछे और मुझे अपनी हदें तय करनी थीं और जवाब कैसे देना है इस बात का फैसला करना था। सरवाईवर होने का मतलब क्या है इसके लिए मुझे अपने खुद के विश्वासों और रूढ़ियों को चुनौती देनी पड़ी। मैंने 'सेवेन थिंग्स नॉट टू आस्क ए ख़तना सर्वाइवर', खुद के लिए और अपने दोस्तों और पाठकों - दोनों के लिए लिखा। फिर भी मैं नर्वस थी।

और फिर मेरे किताबी सफ़र की शुरुआत में कुछ अनपेक्षित हुआ। मुझे डर नहीं लगा। मेरा जिस्म अवामी तौर पर खुलकर बोलने के लिए हाँ कहने लगा। मैंने अपने रास्ते में आने वाले सवालों को अवसरों के रूप में देखा, दखलंदाजी के रूप में नहीं। मैंने तीन महीने पहले इसके बारे में बात करना शुरू किया था, तब से मैंने बात करना छोड़ा नहीं हैं। और मैं ठीक हूँ। सबसे अच्छी बात यह है कि मैंने शर्मिंदगी से आज़ाद महसूस किया है।

मैं यह कहना चाहती हूँ कि लोग मेरे बारे में कल्पनाएँ करते रहेंगे। और शायद जिंदगी भर के लिए खतना/एफ.जी.एम./सी. को मेरी पहचान के साथ जोड़ेंगे। लेकिन मुझे इसके बारे में कोई शर्म नहीं है, इसलिए मुझे अब परवाह भी नहीं है।

मुझे लगता है कि हमारे किसी भी हाशिए की पहचान या अनुभव के साथ भी कुछ ऐसा ही होता है। जब हम किसी खास नस्ल वाले या औरत या मुस्लिम या मोटा या गरीब या विकलांग या भिन्न लैगिकता वाले या उम्र दराज या डिप्रेस या हमेशा बीमार रहने की अपनी आंतरिक शर्म को लेकर आगे आते है और उससे दो-चार होते हैं, तो हम खुद को आजाद कर देते हैं।

शर्मिंदगी से आजादी की ओर बढ़ने के रास्ते हम में से हरेक के लिए अलग-अलग नजर आएँगे। इस ओर आगे बढ़ने का पहला कदम होगा कि आप जो शर्मिंदगी महसूस करते हैं, उसे मान लेना। आप खुद से यहाँ निचे दिए गए कुछ सवाल पूछिए (और ऐसा करते समय, अपने जस्बातों और अपने जिस्म के प्रतिभाव पर ध्यान दें):

-एफ.जी.एम./सी. सरवाईवर्स के बारे में कौन से मिथक या धारणाएँ मौजूद हैं? उनकी लिस्ट बनाएँ। मैं, थोड़ा-सा भी क्यों न हो, कौनसे धारणाओं पर यकीन करती हूँ?

-क्या मेरे गुप्तांगों को काटना शर्मनाक है? क्या मेरे गुप्तांग शर्मनाक हैं? किन मायनों में?

-अगर कोई पड़ोसी या साथीदार या अजनबी जानते है कि मैं सरवाईवर हूँ तो मुझे कैसा महसूस होता है?

अब हम ऑनलाइन डेटिंग पर आते है। किसी संभवित डेट के बारे में मालूमात करने के लिए उन्हें गुगल सर्च करना और उनके सोशल मीडिया प्रोफाइल को स्कैन करना यह स्टैण्डर्ड तरीका है। हमसे मिलने से पहले हमारे बारे में जानने वाले लोगों से बचने का शायद कोई रास्ता नहीं है।

मारिया करीमजी ने 'सेक्स गेट्स रियल' पॉडकास्ट (29 जनवरी 2017) पर डेटिंग, सेक्स और एक सार्वजनिक कार्यकर्ता होने के अपने अनुभवों के बारे में बात की। लगभग 48 मिनट-मार्क पर, वह ऑनलाइन डेटिंग के ज़रिये मिले दो तरह के मर्दों का वर्णन करती है: पहला जो इसे "उसका बोझ" है ऐसा मानकर "पूरी तरह से अपना धीरज खो बैठते" है और दूसरा जो खुद को किसी ऐसे इन्सान के रूप में कल्पना करता है जो "अपने जादुई लिंग से उस चीज को ठीक कर सकता है।" ये दोनों तरह के मर्द नजरंदाज करने लायक हैं, अनामिका!

तीसरे किस्म के डेट वह हो सकते है जो यह समझते है कि मनोवैज्ञानिक और यौन सदमा आम है और उनके असर अलग-अलग हैं। वे हमारे बारे में कोई कयास नहीं लगाते हैं। इस तरह के इन्सान से आप अपने अनुभवों के बारे में दिलचस्प, पेचीदा और दिली बातचीत कर सकते हैं। आप इनसें एफ.जी.एम./सी. सरवाईवर और उसकी ख़िलाफ़त करनेवाली शख्स होने के बारे में भी बात कर सकती हैं। यह बातचीत कैसे करें, इस बारे में कुछ टिप्स के लिए सितंबर का कॉलम देखें।

मुझे उम्मीद है कि हम इसकी वकालत करना जारी रखेंगे तो हम एफ.जी.एम./सी. के बारे में बातचीत को सामान्य बनायेंगे और हमारे पड़ोसी, साथीदार और मुमकिना डेट्स सहित और भी लोग इस तरह की सोच रखने वाले शख्स बनेंगे। जब आप उनकी तलाश में जुटती हैं तो उम्मीद करती हूँ कि आप शर्म को बाजु में रखकर अपने लिए जो बेहतरीन है वह चुनेंगी। —मासी

 

मासी उर्फ फ़रज़ाना डॉक्टर के बारे में

फ़रज़ाना एक उपन्यास लेखिका हैं और मनोचिकित्सक की प्राइवेट प्रैक्टिस करती हैं। वह WeSpeakOut और End FGM/C कनाडा नेटवर्क की संस्थापक सदस्य हैं। वह रिश्तों और लैंगिकता के बारे में बात करना पसंद करती है! 

www.farzanadoctor.com पर उनके बारे में और मालूमात करें।

दाऊदी बोहरा समुदाय के बारे में औरतों के रिश्तों, लैंगिकता, बेवफाई और खतना पर चर्चा करने वाला उनका नया नावेल, सेवन ऑर्डर  करें।

अस्वीकरण: फ़रज़ाना अच्छी सलाह जरुर देती है, लेकिन यह कॉलम हर किसी के निजी सवालों पर बात नहीं करता है और इसे पेशेवर चिकित्सा या मनोवैज्ञानिक देखभाल के विकल्प के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।

 

Read the English translation here.